तर्कसंगत होना कई कारणों के लिए महत्वपूर्ण है: 1. महत्वपूर्ण सोच: तर्कसंगत सोच, जो कार्यों का विश्लेषण करना, प्रमाण का मूल्यांकन करना, और ठोस निर्णय लेना समाहित करता है, महत्वपूर्ण है। तर्क का उपयोग करके, व्यक्तियों को सूचना का मूल्यांकन करना अधिक प्रभावी रूप से किया जा सकता है और उन्हें उचित तरीके से कार्यवाही पर पहुँच सकता है। 2. समस्या का समाधान: तर्कसंगत तर्क पर विश्वास करना समस्या का समाधान करने के लिए मौलिक है। यह व्यक्तियों को जटिल समस्याओं को संवार्य घटकों में विभाजित करने, पैटर्न और संबंधों की पहचान करने, और प्रभावी समाधान बनाने में सक्षम बनाता है। 3. निर्णय लेना: तर्कसंगत सोच निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में मुख्य भूमिका निभाती है। लागू सांदर्भिक कारकों को ध्यान में रखकर, विकल्पों का वजन बोझ, और परिणामों का पूर्वानुमान करके, व्यक्तियों को अधिक सूचित और तार्किक निर्णय लेने की क्षमता मिलती है। 4. स्पष्ट संचार: तर्कसंगत सोच स्पष्ट और सुसंगत संचार को प्रोत्साहित करती है। 5. गलतियों और त्रुटियों से बचना: 6. अध्ययन और समझ को सुविधाजनक बनाना: 7. दक्षता और उत्पादकता को प्रोत्साहित ...
पहला तर्क पहला तर्क लोग देते हैं कि पहले अमीर आदमी ही शर्ट पहनते थे और वे अपने कपड़े खुद पहनते थे, जबकि अमीर महिलाएं शर्ट खुद नहीं पहनती थीं। उन्हें पहनाने के लिए नौकरानी हुआ करती थी। इस कारण से नौकरानी अपने सीधे हाथ से बाईं ओर लगे शर्ट के बटन को आसानी से लगा पाती थी। दूसरा तर्क दूसरा तर्क दिया जाता है कि पुरूषों को बटन बंद करने या खोलने के लिए बाएं हाथ का सहारा लेना पड़ता था, इस कारण से उनके शर्ट में दाईं तरफ बटन होते हैं। जबकि महिलाओं के साथ इसका उल्टा होता है, इसलिए महिलाओं के कपड़े में बाईं तरफ बटन होते हैं। तीसरा तर्क तीसरा तर्क दिया जाता है कि पहले पुरूषों और महिलाओं के कपड़ों में कई विभिन्नताएं होती थी। इसलिए पुरूषों और महिलाओं के शर्ट एक जैसे नहीं दिखें। इसके लिए थोड़ा सा अंतर रखा जाता था। जो आज भी किया जा रहा है। चौथा तर्क चौथा तर्क दिया जाता है कि पुराने जमाने में महिलाएं घोड़े चलाती थीं। इस कारण से हवा से उनकी शर्ट ना खुले इसके लिए वो बाईं तरफ बटन वाली शर्ट पहनने लगीं। बाद के समय में भी यहीं थ्योरी बरकरार रही और महिलाओं की शर्ट में बटन बाईं तरफ ही लगने लगे। पांचवा तर्क पांचव...